एक तो कोरोना ने कारोबार प्रभावित कर दिया, वहीं रही सही कसर सिटी स्टेशन पर आने वाली एक्स्प्रेस ट्रेनों को कैंट से ही गंतव्य तक चलाए जाने से हाल-बेहाल हो गया है। अब न तो किसान आंदोलन के कारण ट्रेनों का संचालन रुक रहा है और न किसी किस्म की कोई अन्य अड़चन। बावजूद इसके फिरोजपुर रेल मंडल उक्त ट्रेनों को अभी तक कैंट स्टेशन से ही चला रहा है। यह कहना है पठानकोट के सिटी रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले वेंडरों, कुलियों व टैक्सी आप्रेटरों का। इनका धंधा न के बराबर रह गया है।
स्टेशन पर काम करने वाले कुलियों, वेंडरों व टैक्सी चालकों का कहना है कि 11 महीनों से स्टेशन पर ट्रेनों का आवागमन न होने के कारण कारोबार खत्म हो चुका है। विगत माह मूरी व दुर्ग एक्सप्रेस शुरू होने के बाद उन्हें थोड़ी उम्मीद जगी थी। लेकिन, उक्त दोनों ट्रेनों को कैंट के रास्ते जम्मूतवी चलाए जाने के कारण उनकी उम्मीदें धूमिल हो गई हैं। इसलिए, रेल प्रशासन उक्त ट्रेनों को दोबारा सिटी स्टेशन लेकर आए ताकि उनकी रोजी रोटी फिर से शुरु हो सके। सिटी रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले वेंडर राज कुमार, विजय कुमार, नरेंद्र, टैक्सी आप्रेटर यूनियन के प्रधान सुरेंद्र सहगल, तिलक राज, राजिद्र दत्ता, राजिद्र शर्मा,दविद्र सिंह, मंजीत सैनी, पुरुषोत्तम, कुलदीप राज आदि ने बताया कि मूरी व दुर्ग एक्सप्रेस को सिटी स्टेशन से चलाया जाए। इससे उन लोगों का कारोबार चल सकता है। फिरोजपुर रेल मंडल के डीआरएम उनकी मांग पर ध्यान दें और ट्रेनों को सिटी स्टेशन पर भेजा जाए। सिटी स्टेशन की यह ट्रेनें अभी भी हैं बंद
-पठानकोट दिल्ली एक्सप्रेस।
-जम्मूतवी-बठिडा वाया पठानकोट।
-धौलाधार एक्सप्रेस।
-अमृतसर की 14 पैसेंजर।
-जालंधर की 6 पैसेंजर।
-जोगिद्रनगर की 12 पैसेंजर।