शहर के वार्ड नंबर 48 पर भी सभी की नजरें हैं। कारण यह है कि भाजपा और कांग्रेस ने जो उम्मीदवार उतारे हैं वह दोनों एक ही एसोसिएशन से संबंधित हैं और वहीं घनिष्ठ मित्र भी हैं। भाजपा ने इस बार राकेश औल को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने नितिन लाडी को टिकट देकर टक्कर कड़ी कर दी है। दोनों होटल कारोबारी हैं और होटल एसोसिएशन से संबंधित हैं। जनवरी में दोनों ने सदस्यों के साथ मिलकर एसोसिएशन के लिए बढ़-चढ़ कर कार्य किए थे। लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि अगले महीने दोनों एक दूसरे के आमने-सामने होंगे। दोनों के बीच जबरदस्त टक्कर है, जिस पर जनता अपना फैसला 14 जनवरी को सुना देगी। जीत-हार को लेकर दोनों नेताओं की प्रतिष्ठा दाव पर है।
भाजपा के राकेश औल 2015 में हुए निकाय चुनाव में भाजपा की टिकट पर चुनाव जीत कर हाऊस का सदस्य बने थे। राकेश औल का दावा है कि उन्होंने अपने वार्ड में पांच वर्ष के कार्यकाल में काफी विकास कार्य करवाए। लेकिन इस बार उक्त वार्ड महिला रिजर्व होने के कारण उन्हें बदलना पड़ा है। राकेश औल को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के करीबी माना जाता है। इसीलिए प्रदेश अध्यक्ष उन्हें जिताने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रहे हैं। खुद राकेश औल भी पिछले पंद्रह दिनों से पूरी तरह से चुनाव में सक्रिय हैं ओर लोगों को सेवा करने का मौका देने की बात कह रहे हैं।
पिछली बार नितिन लाडी भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। वर्ष 2017 में नितिन लाड़ी दोबारा कांग्रेस में चले गए थे। लाड़ी ने 1999 में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। वह यूथ कांग्रेस के ब्लाक प्रधान, जिला महामंत्री व प्रदेश कांग्रेस में सचिव पद पर कार्य कर चुके हैं। पिछले पांच वर्षों से ही वह जनता के बीच रह रहे हैं। विधायक अमित विज यहां उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर वार्ड पर पैनी नजर रखे हुए हैं, वहीं नितिन लाड़ी भी सुबह-दोपहर शाम जनता के बीच जाकर अपने लिए वोट मांग रहे हैं।