जिले की आशा वर्करों को उनके बनते सभी इंसेंटिव दिलवाने को लेकर सेहत विभाग ने अब पूरी गंभीरता जताई है। इस कार्य को सिरे चढ़ाने के उदेश्य से मंगलवार को सिविल अस्पताल में सिविल सर्जन डॉक्टर नरेश कांसरा ने जिले की 16 एलएचवी, 89 एएनएम तथा 19 आशा फेसलिट्रेटरों से बैठक की।
बैठक में सिविल सर्जन ने एलएचवी, एएनएम, आशा फेसलिट्रेटरो को निदेश दिए कि विभाग के लिए बेहतर काम करने वाली आशा वर्कर को उनके बनते सभी हक समय रहते दिए जाएं, ताकि कि वह विभागीय कार्य को भी आराम से कर पाएं। ऐसे में यदि उनके इंसेंटिव उन्हें नहीं दिए जाएंगे तो वह अपना काम पूरी तरह से नहीं कर पाएंगे।
गौरतलब है कि विभाग की ओर से आशा वर्करों के लिए दर्जनों ऐसे इंसेंटिव हैं जिसका लाभ उन्हें नहीं मिल रहा। इस बात को लेकर सेहत विभाग गंभीर है कि वह अपने हक सं वंचित न रहे।
सिविल सर्जन डॉक्टर नरेश कांसरा ने बताया कि जिले में कुल 430 आशा वर्कर हैं। जो विभाग के कार्य में बेहतर हाथ बंटा रही है परन्तु उन्हें विभाग की ओर से दिए जाने वाले अधिकतर इंसेंटिव नही मिल रहे। यही कारण है कि आशा वर्करों के खाते में मासिक इंसेंटिव नाममात्र के रहते हैं।
उन्होंने बताया कि आशा वर्कर को दिए जाने वाले कुल 43 इंसेंटिव हैं। इसकी जानकारी उन्होंने एलएचवी,एएनएम,आशा फेसलिट्रेटरों को दी है। उन्होंने एएनएम को चेतावनी देते हुए कहा कि आशा वर्करों के इंसेंटिव उनके खाते में समय रहते डल जाने चाहिए। ऐसा न होने की सूरत में एएनएम पर सख्त कार्रवाई होगी।
bhut achi baat hai isse asha workers apna kaam dil se karengi… Gud work