लोक निर्माण विभाग की ओर से खाल दरिया के नवां¨पड-फरीदानगर पत्तन पर निर्मित्त पैंटून पुल उठा लेने से दर्जनों गांव आपस में कट गए है। लोगों को अब बरसात के दिनों में जान हथेली पर रखकर दरिया आर-पार करना पड़ता है। वाहन चालक वाया भीमपुर व धीरा होकर जाने को बाध्य हैं।
लोक निर्माण विभाग की ओर से नवां¨पड-फरीदानगर पत्तन पर डाला अस्थायी पुल पैंटून पुल बेहद लाभदायक साबित हो रहा है, जिससे लोगों की आवागमन की समस्या का समाधान हुआ है। बरसात के दिनों से पूर्व विभाग इस पुल को उठा लेता है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी न हो। पहले की तरह इस बार भी विभाग ने वर्षा ऋतु के आगमन के साथ ही इस पुल को उठा लिया है। इसके कारण दरिया से सटे गांव पपियाल, झलोआ, नाजोचक्क, अजीजपुर, छावला, दरसोपुर, ऐंमा चांगा, पंजूपुर, लाहडी, नौशिहरा, अकालगढ़, नौरंगपुर के अतिरिक्त फरीदानगर, कटारूचक्क, चश्मा, जकरौर, बस्सी इत्यादि दर्जनों गांवो के लोग जान हथेली पर रखकर दरिया आर-पार करने को बाध्य हैं। दरिया से सटे गांवों के बच्चे भी मजबूरन दरिया के बीच से गुजर कर विद्यालय जाते हैं। चार पहिया वाहन चालक वाया धीरा पठानकोट व भीमपुर घरोटा होकर 15 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय कर गंतव्य को रवाना हो रहे हैं।
क्षेत्रवासी कामरेड लाल चंद कटारूचक्क, पूर्व जिला परिषद् सदस्य डाक्टर बचन लाल, सरपंच राज कुमारी, ठाकुर कर्ण ¨सह, ठाकुर भू¨पद्र ¨सह, कर्ण शर्मा, कंसराज सैनी, म¨हद्र ¨सह पठानिया, जगतार ¨सह बब्बू, धर¨मद्र ¨सह, राम लाल, किशन चंद, मास्टर अजीत ¨सह, मास्टर वेद प्रकाश, अशोक शर्मा समेत अन्य ग्रामीणों ने समस्या के स्थायी समाधान की मांग उठाई है।